Yoga For stress: तनाव आधुनिक समय में सबसे आम समस्याओं में से एक है। यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बनता है। तनाव से मुक्त होने के लिए कई तरीके हैं, जिनमें से एक है भ्रामरी प्राणायाम। यह एक प्रकार का प्राणायाम है जो श्वास पर ध्यान केंद्रित करके तनाव को दूर करने में मदद करता है।
भ्रामरी प्राणायाम कैसे करें?
- एक शांत और आरामदायक स्थान पर बैठें।
- अपने रीढ़ को सीधा रखें और अपने पैरों को सामने की ओर फैलाएं।
- अपने कान और गालों के बीच अपनी उंगलियों को रखें।
- धीरे-धीरे और गहराई से सांस लें।
- अपने होंठों को बंद करके, मधुमक्खी की तरह गुनगुनाने की आवाज़ करें।
- इस आवाज़ को श्वास लेते और छोड़ते समय जारी रखें।
- शुरू में, आप कुछ सेकंड के लिए ही आवाज कर पाएंगे, लेकिन धीरे-धीरे आप इसे लंबा कर सकते हैं।
- 10-15 मिनट तक भ्रामरी प्राणायाम करें।
- फिर, अपनी उंगलियों को हटा दें और अपने श्वास को सामान्य रूप से लौटने दें।
भ्रामरी प्राणायाम के लाभ
- तनाव को कम करता है
- चिंता को दूर करता है
- मधुमेह को नियंत्रित करता है
- नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है
- एकाग्रता और याददाश्त बढ़ाता है
- मस्तिष्क को शांत करता है
- चेहरे की झुर्रियों को कम करता है
भ्रामरी प्राणायाम करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें
- भ्रामरी प्राणायाम करते समय, अपने कानों को अंदर से दबाने की कोशिश न करें।
- अपने होंठों को बहुत कसकर बंद न करें ताकि आवाज बाहर न निकले।
- अगर आपको कान में दर्द हो रहा है, तो भ्रामरी प्राणायाम बंद कर दें।
भ्रामरी प्राणायाम एक सरल और प्रभावी अभ्यास है जिसे आप घर पर आसानी से कर सकते हैं। नियमित रूप से भ्रामरी प्राणायाम करने से आप तनाव को कम कर सकते हैं और अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।