Delhi Air Pollution दिल्ली एनसीआर में बुधवार को फिर से वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर श्रेणी’ में दर्ज की गई है। वायु प्रदूषण के एक-तिहाई के लिए कुछ पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की वजह से निकलने वाला धुंआ जिम्मेदार है।
दिल्ली वायु गुणवत्ता सूचकांक (Delhi Air Quality Index):
हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास के शहरों में बुधवार को वायु गुणवत्ता को फिर से ‘गंभीर श्रेणी’ में दर्ज की गई है। दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण में से एक-तिहाई के लिए Delhi Air Pollution कुछ पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की वजह से निकलने वाला धुंआ जिम्मेदार है। दिल्ली में मंगलवार (Tuesday) को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (Average Air Quality Index) 395 थी, जबकि बुधवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 426 दर्ज की गयी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) प्रतिदिन शाम 04:00 बजे दर्ज किया जाता है।
दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) की हवा आज भी रही खराब
दिल्ली एनसीआर के गंगा के मैदानी इलाकों के कई जिलों में वायु की गुणवत्ता ख़राब बताई गई है। दिल्ली एनसीआर के कई शहरों में मतलब की गाजियाबाद में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 384, गुरुग्राम में AQI 385, नोएडा में 405, ग्रेटर नोएडा में 478, और फिर फरीदाबाद में 425 है और इन सभी शहरों में Delhi Air Pollution वायु गुणवत्ता ख़राब दर्ज की गयी है।
दिल्ली में इस दिन बंद रहेंगे स्कूल (Schools will remain closed in Delhi on this day)
भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सरकार के द्वारा वायु प्रदूषण को मद्देनजर रखते हुए वहां के सभी स्कूलों की दिसंबर की शीतकालीन छुट्टियों में फेरबदल किया गया है। Delhi Air Pollution इस बार दिल्ली में 9 नवंबर से 18 नवंबर तक सभी स्कूले बंद रहेंगी। दिल्ली के वायु प्रदूषण को मद्देनजर रखते हुए, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, “दिल्ली में ऐप आधारित टैक्सी की प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।” पर्यावरण मंत्री ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट
के द्वारा, इसकी प्रभावशीलता की समीक्षा करने और आदेश जारी करने के बाद, Delhi Air Pollution दिल्ली में सम विषम कार योजना लागू की जाएगी। शुक्रवार को इस मामले की अगली सुनवाई होगी।
ऑड-ईवन दिखाने के लिए लागू-कोर्ट
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए, हमारी दिल्ली की सरकार की सम-विषम योजना मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की पड़ताल के दायरे में आयी है। जिसने इसकी प्रभावशीलता पर सवाल उठाया और कहा कि यह दिखाने के लिए लागू की जा रही। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को घोषणा की थी कि, सम-विषम योजना 13 नवंबर से 20 नवंबर के बीच लागू की जाएगी। सम-विषम योजना वैकल्पिक दिनों में कारों को उनके पंजीकरण संख्या के अंतिम अंक
की सम या विषम होने के आधार पर चलाने की अनुमति देती है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि दिल्ली सरकार ने एक निर्देश भी जारी किए हैं, जिसमें कनॉट प्लेस स्मॉग टावर को तुरंत फिर से शुरू करने और दिल्ली में प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने के लिए Delhi Air Pollution एक अध्ययन करने के सूचना जारी किए हैं। गोपाल राय ने यह दावा किया था कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (Delhi Pollution Control Committee) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने सरकार को सूचित किए बिना दोनों परियोजनाओं को एक तरफा रोक दिया था।
दिल्ली में सांस लेना 10 सिगरेट पीने के बराबर
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (एनसीआर) में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के द्वारा दिए गए वायु गुणवत्तापूर्ण चेतावनी प्रणाली के अनुसार, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में 5 से 6 दिन के लिए वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रहने की आशंका है। दिल्ली के चिकित्सकों का कहना है कि, दिल्ली की प्रदूषित हवा में सांस लेना बहुत हानिकारक प्रभावों को बढ़ावा देना है मतलब की वहां की प्रदूषित हवा में साँस लेना लगभग एक दिन में 10 सिगरेट पीने के बराबर है। इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में पल्मोंनोलॉजी और क्रिटिकल
केयर के वरिष्ठ सलाहकार राजेश अग्रवाल ने कहा है कि, Delhi Air Pollution उच्च स्तर के प्रदूषण के संपर्क में लंबे समय तक रहने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन समस्याएं हो सकती हैं और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है।
दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा, क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (Sequential Response Action Plan) के अंतिम चरण के तहत Delhi Air Pollution आवश्यक सभी सख्त पाबंदियों को भी दिल्ली में लागू किया गया है। डीपीसीसी के अनुसार, दिल्ली में हवा की प्रदूषिता 1 नवंबर से 15 नवंबर तक प्रदूषण चरम पर होता है। ऐसा तब होता है, जब पंजाब और हरियाणा में प्रणाली जलाने के घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है।
प्रदूषण इन कारणों से बढ़ा Delhi Air Pollution
हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ने के कई कारण है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में वृद्धि होना, तापमान में धीरे-धीरे गिरावट और हवा की गति का कम होना इन सभी कारणों से पिछले दो हफ्तों में दिल्ली एनसीआर में हवा की गति में गिरावट आई है। अगस्त में शिकागो विश्वविद्यालय में ऊर्जा नीति संस्थान (Energy Policy Institute) की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि दिल्ली में वायु प्रदूषण से लोगों जीवन लगभग12 साल कम हो रहा है। शायद विश्व की राजधानी शहरों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता सबसे खराब है।
वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से कैसे बचें?
दिल्ली में हो रहे वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए आपको कोई न कोई उपाय करने चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि, वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए, आप बाहर हवा में ज्यादा समय न बिताएं। जब आपको बाहर जाना हो तो, उसे समय मास्क पहन कर जाएं और शरीर के हाइड्रेशन पर विशेष ध्यान दें। वायु प्रदूषण के कारण अस्थमा के ट्रिगर होने का भी खतरा रहता है। जरूरी है कि आप समय पर दवाइयां और इनहेलर लेते रहें।
सामान्य पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) Delhi Air Pollution
Q.1- दिल्ली की प्रमुख समस्याएं क्या हैं?
वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, जैव विविधता की हानि, नगरपालिका अपशिष्ट और ध्वनि प्रदूषण प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियाँ हैं जिनका शहर सामना कर रहा है। शहर परिवहन, सड़क की धूल, उद्योगों और प्रदूषक उत्सर्जन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण से ग्रस्त है।
Q.2- वायु प्रदूषण के 3 मुख्य कारण क्या हैं?
वाहन उत्सर्जन, ईंधन तेल और घरों को गर्म करने के लिए प्राकृतिक गैस, विनिर्माण और बिजली उत्पादन के उप-उत्पाद, विशेष रूप से कोयला-ईंधन वाले बिजली संयंत्र, और रासायनिक उत्पादन से निकलने वाले धुएं मानव निर्मित वायु प्रदूषण के प्राथमिक स्रोत हैं।
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